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जल संरक्षण पर निबंध – Essay on Water Conservation in Hindi

Essay on Water Conservation in Hindi

जल ही जीवन है पर इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती इसीलिए आज इस लेख के माध्यम से हम जल संरक्षण पर निबंध (Essay on Water Conservation in Hindi) तैयार करके लाएं है। जिसके जरिए लोगों को यह जानने को मिलेगा कि जल को बचाने के लिए हम क्या-क्या काम कर सकते हैं।

पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व का सबसे बड़ा एवं उपयोगी तत्व जल है क्योंकि इसके बिना ना तो पेड़ पौधे और ना ही मनुष्य दूसरे जानवर जीवित रह सकते हैं। जल का उपयोग विभिन्न प्रकार के कामों से खाना बनाने, पीने, कपड़ा धोने, खेती करने में उपयोग किया जाता है।

वैसे तो पूरी पृथ्वी में 70 फ़ीसदी पानी ही है लेकिन पीने योग्य पानी बहुत ही कम मात्रा में है। पीने योग्य जो पानी होता है वह हमें तालाब, झीलों और कुआं इत्यादि से प्राप्त होता है। लेकिन कई ऐसी भी जगह है जहां दूर-दूर तक पानी का नामोनिशान नहीं होता और वहां के लोगों को पानी प्राप्त करने के लिए बहुत ही जद्दोजहद करनी पड़ती है। यहां तक कि साफ पानी की जगह गंदा पानी से ही लोग अपना काम चलाते हैं।

स्कूल में पढ़ने वाले वर्ग 5, 6, 7, 8, 9 में पढ़ने वाले बच्चों के लिए जल संरक्षण पर निबंध स्कूल के कार्यों में बहुत ही उपयोगी साबित होंगी।

जल संरक्षण पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Water Conservation in Hindi)

निबंध – 1 (200 शब्द)

परिचय

जल ही जीवन है और इस बात को हर कोई स्वीकार करता है। जल के बिना जीवन असंभव है। पृथ्वी पर अगर सबसे महंगी चीज के बारे में सवाल पूछा जाए कि क्या है तो
तो इसका जवाब सिर्फ एक ही होगा कि यह पानी ही है।

जल की उपलब्धता

आज पृथ्वी पर पीने योग्य पानी मात्र 0।3% की है। तमिलनाडु के चेन्नई में अभी से ही पानी की लंबी लाइनें लगी होती है जो उन्हें राज्य सरकार द्वारा टैंकर से मिलता है। अभी हाल ही में कई राज्यों जैसे झारखंड और बिहार के राज्य सरकार ने कई सारे हैंडपंप लगाए हैं। यह कोई उपाय नहीं है बल्कि इसके जरिए हम अपने जमीन के नीचे झरनों में उपस्थित पानी को एक साथ और बहुत जल्दी खत्म कर देंगे।

उपाय तो बेहतर यह होता कि हम बारिश के पानी को एकत्रित कर पाते और फिर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। बारिश के जरिए प्राप्त होने वाला पानी पीने योग्य होता है और यह एक चक्र है जो हमेशा से चलता आ रहा है।

निष्कर्ष

बारिश एक ऐसा स्रोत है जिससे हम भरपूर मात्रा में पानी जमा कर सकते हैं लेकिन इसके लिए अच्छी सुविधा होनी जरूरी है। आज अगर हम पानी का इस्तेमाल सोच समझकर करेंगे तभी भविष्य में यह हमारे और हमारे परिवार वालों के लिए उपलब्ध रहेगा।

निबंध – 2 (350 शब्द)

परिचय

पृथ्वी पर इंसानों की जिंदगी के लिए सबसे कीमती कोई चीज है तो है जल। खाना खाए बिना इंसान कई दिनों तक जीवित रह सकता है लेकिन पानी के बिना जीवन संभव नहीं। जीवन का चक्र पूरी तरह से जल की उत्पत्ति और उसके उपयोग पर ही निर्भर करती है।

जल ही जीवन है

पृथ्वी पर जीवन इसलिए संभव क्योंकि यहां पर जल मौजूद है। हमारे सौर मंडल में कई और ग्रह है लेकिन कहीं भी पृथ्वी के समान जिंदगी के नामोनिशान नहीं है। पृथ्वी में 70% पानी है और 30% भूमि है और यही वजह है कि अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी नीले रंग का दिखाई देता है इसकी वजह से इसे नीला ग्रह भी कहा जाता है।

70% पानी होने के बावजूद भी पीने योग्य पानी उपलब्ध नहीं है इसकी वजह यह है कि महासागर का जल पूरी तरह से खारा है और इतनी नमक होती है कि इससे पीने योग्य बनाना भी मुश्किल काम है।

वैसे कई देशों ने समुद्र के पानी को पीने योग्य बनाने के लिए भी तकनीक तैयार की है और उस पर काम कर रहे हैं। लेकिन आज भी कई ऐसे देश हैं जहां लोग जिंदगी बचाने के लिए गंदा पानी पी रहे हैं।

अगर जल्द ही कुछ ना किया गया तो धरातल पर मौजूद पीने का पानी बिल्कुल ना के बराबर रह जाएगा। लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं कि भविष्य में पानी मिलना कितना मुश्किल होगा। जब तक वह समझ पाएंगे तब तक काफी देर हो चुकी होगी। जितना सोने की कीमत नहीं होगी उससे कहीं ज्यादा कीमत पानी की होगी।

निष्कर्ष

एक अनुमान के अनुसार अगले 10 वर्षों में जमीन के नीचे उपस्थित पानी की मात्रा और भी कम हो जाएगी जिससे लोगों को पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं होगा। इसीलिए जरूरी यह है कि पीने योग्य पानी को संरक्षित किया जाए और ऐसे उपाय अपनाएं जाए जिससे कि बारिश से होने वाली पानी को संरक्षित करके उसे ही पीने के उपयोग में लाया जाए।

निबंध – 3 (500 शब्द)

परिचय

पृथ्वी हमारे सौरमंडल में एकमात्र ऐसी ग्रह है जहां पर जीवन संभव है और इसकी सबसे बड़ी वजह है कि यहां पर मौजूद वातावरण एवं जल और वायु। इसीलिए जल संरक्षण इंसानी जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती

जल प्रदूषण के कारण भूमि पर स्थित कई प्राकृतिक जल स्रोत जैसे तालाब, कुआं का पानी पीने योग्य नहीं रहते और इनकी मात्रा भी कम होती जा रही है। इसीलिए आज प्रत्येक देश अपने लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि जल संरक्षण करें अन्यथा भविष्य में होने पीने का पानी नहीं मिलने वाला।

जल को संरक्षित करने के तरीके

  • जल संरक्षण करने के कई तरीके हैं जिनका इस्तेमाल करके पीने योग्य जल अपने लिए उपलब्ध किया जा सकता है।
  • वर्षा से होने वाले जल को जमा करके जल संरक्षण किया जा सकता है। वर्षा जल संग्रहण शुरू से ही सबसे बेहतरीन उपायों में से एक उपाय माना जाता है। इसके लिए जरूरी है कि एक फिल्ट्रेशन सिस्टम स्थापित किया जाए। जिससे शुद्ध पानी को संग्रहित कर के रखा जा सके। इसका कई प्रकार से उपयोग होता हो सकता है जैसे पीने के लिए, सिंचाई, शौचालय इत्यादि।
  • बाढ़ प्रबंधन एक ऐसी व्यवस्था है जिसके द्वारा पानी को बचाया जा सकता है।
  • कई उद्योग हैं जहां पर पानी की प्रचुर मात्रा में उपयोग किया जाता है तो ऐसे जगहों में पानी इस प्रकार से उपयोग किया जाना चाहिए कि जितनी जरूरत हो बस उतना ही इस्तेमाल हो।
  • नए तालाब और जलाशयों का निर्माण करके भी जल को संग्रह किया जा सकता है।
  • खेती वाले क्षेत्रों में नए सिंचाई सिस्टम का उपयोग करके पानी को कम से कम इस्तेमाल कर इसकी बचत की जा सकती है।
  • अभी जो हमारे पास पानी उपलब्ध है उसको सही तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं।

जल का संरक्षण क्यों जरूरी है

  • यहां पर आपको यह बताने जा रहे हैं कि जल संरक्षण क्यों जरूरी है और यह हमारे लिए महत्वपूर्ण क्यों है
  • हर 15 सेकंड में पानी से होने वाली बीमारियों के कारण एक बच्चा मरता है।
  • भारत समेत कई ऐसे देश है जहां पर साफ पानी की कमी है और लोगों को मजबूरन गंदा पानी इस्तेमाल करना पड़ता है। इस गंदे पानी के इस्तेमाल होने की वजह से लोगों में बीमारियां हो जाती हैं।
  • एशिया और अफ्रीका के कई देशों में लोगों को पीने योग्य पानी लाने के लिए कम से कम 4 से 5 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है।
  • अधिकतर देश साफ पानी की कमी की वजह से होने वाली बीमारियों से जूझ रहे हैं।

निष्कर्ष

पृथ्वी पर जीवन के लिए सबसे अनमोल चीज जो है वह है जल। एक मनुष्य के जीवन में इसको कई प्रकार से काम में लाया जाता है। इसका इस्तेमाल सबसे पहले तो पीने के लिए, खाना बनाने के लिए, नहाने धोने और कपड़े साफ करने के लिए किया जाता है।

इस प्रकार हर दिन लाखों करोड़ों लीटर पानी इस्तेमाल होता है और इससे प्रदूषित कर दिया जाता है। ठीक इसके विपरीत साफ पानी की उपलब्धता इतनी अधिक नहीं है जितनी यह व्यर्थ में बह जाते हैं। जल संरक्षण के द्वारा ही पृथ्वी पर पीने योग्य पानी मिल सकती है।

निबंध – 4 (700 शब्द)

परिचय

आज पीने योग्य पानी की समस्या बहुत ही आम हो चुकी है। भारत समेत विश्व के दूसरे देश भी इस समस्या से जूझ रहे हैं। भारत में कई ऐसे राज्य हैं जहां पर पीने योग्य पानी की उपलब्धता दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है।

कई शहरों में तो पीने योग्य पानी नहीं होने के कारण सरकार को टैंकरों के द्वारा उन तक पानी पहुंचाया जा रहा है। यह समस्या कोई नई नहीं है और इसमें सबसे बड़ी भागीदारी मनुष्यों की ही है।

जल संरक्षण का महत्व

जल का इस्तेमाल हम अपनी जिंदगी में कई प्रकार से करते हैं जैसे खाना बनाने, पीने, कपड़े धोने, नहाने इत्यादि में। यह सभी तरीकों से हम पीने योग्य पानी को गंदा कर देते हैं लेकिन सबसे जरूरी चीज तो यह है इसका उपयोग तो हमें करना ही है लेकिन फिर से यह हमें किस प्रकार से प्राप्त हो सकता है उसके उपाय सोचना जरूरी है।

आज के समय में जमीन में जो पानी मौजूद है उसकी मात्रा इतनी कम हो चुकी है कि अगले 10 वर्षों में पीने के पानी के लिए हाहाकार मच जाएगा। अगर समय रहते इसके लिए उपाय ना किया गया तो मनुष्यों की जिंदगी में इतनी बड़ी समस्या पैदा होगी जो आज तक कभी हुई नहीं।

जल ही जीवन है पर हमें भी पता है कि यह शब्द 100% सच है। इंसान खाए बिना कई दिनों तक जीवित रह सकता है लेकिन पानी के बिना ज्यादा दिन जीवित नहीं रह सकता।

जल को सुरक्षित रखने के सामान्य उपाय

यहा हम आपके साथ जल संरक्षण के कुछ महत्वपूर्ण उपाय साझा करने जा रहे हैं जो अपना कर आप अपने लिए और अपने भविष्य के लिए पानी को सुरक्षित रख सकते हैं। वैसे यह किसी एक मनुष्य के अकेले सोच लेने से होने वाला काम तो नहीं है लेकिन खुद भी इस जानकारी को समझे और दूसरे लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें क्योंकि पानी के महत्व को हर कोई समझता है।

हर इंसान को इस बात के लिए जागरूक होना जरूरी है कि जल है तो जीवन है और यह काफी तेज गति से कम होती जा रही है।

हम सामान्य कार्यों को एक सही तरीके से करके पानी को बहुत मात्रा में बचा सकते हैं जैसे नहाने के समय नल से या फिर फव्वारे से नहाने के बजाय अगर बाल्टी में भर के नहाए तो इससे काफी बचत होगी।

धोने वाले कपड़े को एक जगह बर्तन में पहले डिटर्जेंट पाउडर से कुछ देर के लिए भी लाकर छोड़ दें उसके बाद उसे दूसरे बर्तन में पानी भर के सभी कपड़े को धोएं तो इस तरह से ज्यादा पानी के इस्तेमाल भी नहीं होगी और कम पानी में भी सारे कपड़े धुल जाएंगे।

गर्मियों के समय में बहुत अधिक मात्रा में पानी का इस्तेमाल करते हैं जिसे कम करना चाहिए। उतना ही इस्तेमाल करें जितनी जरूरत हो।

अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए क्योंकि बारिश तभी संभव है जब पृथ्वी पर पेड़ मौजूद होंगे।

पेड़ पौधों में जो पानी देने का समय है वह सुबह या तो फिर शाम में दें। दोपहर के समय जब धूप खिल जाती है उस समय पानी देने से वह पानी तुरंत भाप बनकर सूख जाता है।

रोजाना इस्तेमाल होने वाले फल, सब्जियों, चावल इत्यादि को बर्तन में धोना चाहिए ना की नल में। इससे पानी काफी मात्रा में बच सकती है।

इस्तेमाल करने के बाद नल को ठीक से बंद करें क्योंकि जब नल से पानी टपकता है तो व्यर्थ में कई लीटर पानी ऐसे ही बह जाती है।

सबसे जरूरी बात यह है कि हम अपने अब परिवार के सदस्यों बच्चों एवं दोस्तों को पानी के महत्व को समझाएं और उन्हें यह भी बताएं कि पानी भविष्य में मुश्किल से ही उपलब्ध होने वाला है।

निष्कर्ष

जब हमें प्यास लगती है तो हम से बर्दाश्त नहीं होता और बर्दाश्त हो भी क्यों यह एक ऐसा तत्व है जिसके बिना हम थोड़ा सा वक्त भी नहीं गुजार सकते। हमारा शरीर खुद बता देता है कि अब इसे पानी चाहिए तो किसी हाल में भी इसे पानी देना होता है।

जन संरक्षण करके हम अपनी जिंदगी को सुरक्षित कर सकते हैं। जल को संरक्षित करने के कई तरीके हैं जिनमें वर्षा जल संग्रहण काफी प्रचलित है पर इसका अभी भी बड़े पैमाने पर उपयोग नहीं होता है। सरकार एवं लोगों को इसके प्रति जागरूकता से अभियान चलाना जरूरी है ताकि अधिक से अधिक लोग इसे अपनाकर बारिश के पानी को जमा कर सके और इसे अपने इस्तेमाल में लाकर दूसरे जल स्रोतों के पानी को बचा सके।

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